प्रिय कृषि विद्यार्थियों
आज के डिजिटल यूग मे खेती बाडी को रोबोट, स्वचलित मशिनरी एवं ड्रोन के द्वारा काफी हद तक डिजिटल किया गया है ।
🔹इसी कड़ी मे आज के समय खेती मे ड्रोन का काफी उपयोग होने लगा है।
🔹हमारी सरकार भी खेती बाड़ी मे ड्रोन को बढावा देने का हरसंभव प्रयास कर रही है।


ICAR, 𝐈𝐈𝐒𝐑, 𝐍𝐀𝐁𝐀𝐑𝐃, 𝐂𝐀𝐈𝐄, RVSKVV, NAARM जैसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों से मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रख्यात वक्ताओं से बेहतर ज्ञान प्राप्त करने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते है।
  
           🔹 एग्रीमीट फाउंडेशन और एवीना बायोसाइंस के संयुक्त तत्वाधान में कृषि क्षेत्र मे ड्रोन के महत्व को बढावा देने के लिए 21 दिवसीय अंतराष्ट्रीय सर्टिफिकेट कोर्स का प्रारम्भ 21 मई को कर रहे ताकी भारत में कृषि विद्यार्थी खेती मे ड्रोन के महत्व को समझें ।
🔹इस कोर्स मे अंग्रेजी एव हिन्दी दोनो भाषाओ में प्रशिक्षित किया जाएगा।
🔹इस ऑनलाइन कोर्स मे शामिल होने वाले सभी प्रतिभागी को सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।
🔹आपको जानकारी के लिए बता देवें की  एग्रीमीट फाउडेशन द्वारा आयोजित इस 21 दिवसीय अंतराष्ट्रीय प्रशिक्षण के लिए भारत सरकार के  कृषि मंत्री माननीय श्री नरेन्द्र सिंह जी तोमर प्रशंसा भी कर चुकें हैं एवं कृषि के समस्त संस्थानों से इस कार्यक्रम के लिए धन्यवाद भी दिया जा रहा है।

🔹आप इस लिंक पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर अंतराष्ट्रीय कोर्स में हिस्सा ले सकते है ।

https://forms.gle/gSxEhjWtcrB8NGit7 




🔹खेती में ड्रोन के फायदे

फसल एव बीज का रोपण किया जाता है।

फसलों पर खाद और कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है ।

15 मिनट में 1 एकड़ क्षेत्र में छिड़काव किया जा सकता है।

सिंचाई करने मे सुविधा होती है । 

फसल की गुणवत्ता का पता लगाया जाता है ।

फसल निगरानी में सहायता होती है ।

फसल नुकसान का आंकलन किया जाता है ।

खेत में विभिन्न पोषक तत्वों की उपलब्धता को प्रदर्शित करता है ।


🔹बेरोजगार युवाओं को पायलट योजना के अंतर्गत सरकार ड्रोन का प्रशिक्षण उपलब्ध करवा रही है।

आप सभी कृषि विद्यार्थियों से निवेदन है कि इस मैसेज को अपने दोस्तों को शेयर करें ताकि इस अवसर का लाभ उठाकर अपने भविष्य में कुछ अच्छा कर सके ।

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